शनिवार, 4 जुलाई 2020

अवसंरचना (infrastructure) और सड़कों की स्थिति

अवसंरचना 
कुशल अवसंरचना उच्च और धारणीय संवृद्धि बनाए रखने में सहायता करती है; इसलिए परिवहन, ऊर्जा, संचार, आवास और स्वच्छता और शहरी अवसंरचना क्षेत्र में पर्याप्त निवेश हुआ है।
अल्प-निवेश: ग्लोबल इन्फ्रास्ट्रक्चर आउटलुक के अनुसार, वर्ष 2040 तक अपेक्षित अवसंरचना निवेश और निवेश की वर्तमान प्रवृत्ति के बीच का अंतर US $ 526 बिलियन तक बढ़ने की संभावना है।
अवसंरचना क्षेत्र में अल्पनिवेश के कारण
विशेषकर विद्युत और दूरसंचार परियोजनाओं में सार्वजनिक-निजी भागीदारी (PPP) में कमी निजी सड़क क्षेत्र भारत  कंपनियों का तनावग्रस्त तुलन पत्र है ।
सड़क क्षेत्र
  • सड़क क्षेत्र भारत का 56.17 लाख किलोमीटर (ग्रामीण सड़क = 61 %) से अधिक बड़ा सड़क नेटवर्क है तथा यह अंतर्देशीय माल ढुलाई के मामले में सर्वाधिक योगदान देता है। 
  • साथ ही सड़क परिवहन देश के सभी क्षेत्रों के संतुलित सामाजिक-आर्थिक विकास को बढ़ावा देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।
  • भारत का सड़क घनत्व 1.66 प्रति वर्ग कि.मी. है, जो BRIC देशों में सर्वाधिक  राष्ट्रीय राजमार्गों का घनत्व भारतीय राज्यों में GSDP के % के रूप में प्रति व्यक्ति GSDP (सकल राज्य घरेलू उत्पाद) और अंतरराज्यीय व्यापार (निर्यात + आयात) के अनुपात में है।                   Mppsc mains 2014 से 2018 तक S&T में पूछे गये प्रश्नों का विश्लेषण 
चुनौतियां और समाधान
  • मुख्य रूप से भूमि अधिग्रहण में समस्या, 
  • सुविधाओं के परिवर्तन, ठेकेदारों का घटिया प्रदर्शन, पर्यावरण/ वन/ वन्यजीव स्वीकृतियों, ठेकेदारों के साथ विवाचन/ संविदात्मक विवादों के कारण सड़क क्षेत्र में रूकी हुई परियोजनाएं । और NPA का बढ़ाना है। 
  • हालांकि, NHAI द्वारा एकबारगी निधियों के निवेश, अधिग्रहण और स्वीकृतियों को सुचारू बनाने, 
  • संकर वार्षिकी मॉडल अपनाने तथा वैकल्पिक वित्तपोषण तंत्र जैसे अवसंरचना निवेश ट्रस्ट, LIC, दीर्घावधिक पेन्शन निधि आदि के बाद 88 % रूकी हुई परियोजनाओं में पुनरुद्धार देखा गया है।.                                             सर्वोदय Mppsc टेलीग्राम चैनल join करें क्लिक करें और daily uodate current affairs PDF प्राप्त करें।
प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना (PMGSY): यह बस्तियों को ग्रामीण सड़कों से जोड़ने वाली केंद्र प्रायोजित योजना है।
भारतमाला  परियोजना: भारतमाला परियोजना राजमार्ग क्षेत्र के लिए नया अंब्रेला कार्यक्रम है जिसका उद्देश्य आर्थिक कॉरिडोर, अंतर कॉरिडोर और फीडर मार्गों के विकास, राष्ट्रीय कॉरिडोर दक्षता सुधार जैसे प्रभावी हस्तक्षेपों के माध्यम से महत्वपूर्ण अवसंरचना अंतराल को दूर करके समग्र राजमार्ग विकास के लिए इष्टतम संसाधन आवंटन प्राप्त करना है।

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